लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण का चुनाव आज संपन्न हो रहा है। इसके बाद एग्जिट पोल जारी किए जाएंगे।
चुनाव के दौरान अक्सर आपने एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल के बारे में सुना होगा। हालांकि बहुत से लोग इन दोनों में कंफ्यूज रहते हैं। ऐसे में इन दोनों में क्या अंतर है, इसकी बात करेंगे।
एग्जिट पोल के नतीजों में यह पता चलता है कि किसकी सरकार बनने वाली है? हालांकि एग्जिट पोल में जारी किए गए नतीजे कई बार फेल होते हैं तो कई बार सटीक साबित हुए हैं।
विभिन्न न्यूज चैनल और चुनावी सर्वे करने वाली कंपनियां मतदान के दिन मतदाताओं से वोट देने के बाद चुनावी मुद्दों से जुडे़ सवाल पूछते हैं और इस आधार पर रिपोर्ट तय करते हैं।
एग्जिट पोल में सिर्फ मतदाता ही हिस्सा लेते हैं। एग्जिट पोल के नतीजे चुनाव के दौरान जारी नहीं किए जा सकते। इनकी घोषणा सभी चरणों में मतदान संपन्न होने के बाद की जाती है।
वहीं, ओपिनियन पोल की बात करें तो यह भी एक प्रकार का चुनावी सर्वे है। हालांकि इसमें मतदाता के साथ-साथ अन्य लोग भी शामिल होते हैं।
इस सर्वे में किसी क्षेत्र की जनता से उनके मुद्दों के बारे में सवाल किए जाते हैं और उस आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाती है। इसके साथ ही लोगों का रुझान किस पार्टी की तरफ है, इसके बारे में भी चर्चा की जाती है।
पीपल्स रिप्रेजेंटेटिव एक्ट यानी जन प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा 126-ए के तहत अंतिम चरण की समाप्ति के आधे घंटे बाद ही एग्जिट पोल जारी किए जा सकते हैं। इन नियमों का उल्लंघन करने पर दो साल की जेल, जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं।
इन दोनों ही सर्वे को जारी करते समय कंपनी का नाम और कितने लोगों से क्या सवाल पूछे, ये सब बताने का निर्देश है। राजनीति से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com