Parliament Session Live Updates: संसद सत्र का आज यानी शुक्रवार (28 जून) को पांचवां दिन है. संसद के दोनों ही सदनों में नीट पेपर लीक की गूंज सुनाई दे रही है. आज भी नीट पर हंगामा देखने को मिला है. विपक्ष पूरी तरह से इस मुद्दे पर हमलावर है. इस बार मणिपुर के मुद्दे पर भी सरकार को घेरने की तैयारी हो रही है. पूर्वोत्तर के इस राज्य में पिछले साल ही हिंसा जारी है.
विपक्ष लोकसभा में स्थगन नोटिस पेश करेगा और शुक्रवार को राज्यसभा में नियम 267 के तहत चर्चा के लिए नोटिस पेश करने की संभावना है. माना जा रहा है कि 18वीं लोकसभा में कामकाज की शुरुआत के पहले ही दिन इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव हो सकता है. इंडिया गठबंधन ने साफ कर दिया है कि वह नीट पेपर लीक पर चर्चा के साथ संसद की शुरुआत करना चाहता है. संसद का ये सत्र 3 जुलाई तक चलने वाला है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर विपक्षी सांसदों की एक बैठक हुई, जिसमें पार्टियों ने फैसला किया कि वे नीट के मुद्दे को संसद में उठाएंगे. उन्होंने माना कि नीट लाखों युवाओं के भविष्य को प्रभावित करने वाला एक गंभीर मुद्दा है. इसे धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है. अभी तक ये माना जा रहा था कि विपक्ष राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर बहस के दौरान नीट के मुद्दे को उठा सकता है.
खरगे के घर पर हुई बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस की काकोली घोष दस्तीदार, द्रमुक की कनिमोझी, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत औेर कई अन्य दलों के नेता शामिल हुए. बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में इंडिया जनबंधन में शामिल सभी दलों के सदन के नेताओं की बैठक में सम्मिलित हुआ. हम सभी एकजुटता के साथ सदन में जनता के मुद्दों एवं अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
राज्यसभा के वेल में प्रवेश करने पर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “यह उनकी (राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की) गलती है. मैं उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए अंदर गया था, लेकिन फिर भी वह नहीं देख रहे थे. मैं ध्यान आकर्षित कर रहा था. वह केवल सत्ता पक्ष की ओर देख रहे थे. जब मैं नियमानुसार उनका ध्यान आकर्षित करता हूं, तो उन्हें मेरी ओर देखना चाहिए, लेकिन इसके बजाय, उन्होंने मुझे अपमानित करने के लिए जानबूझकर मुझे नजरअंदाज कर दिया.”
खरगे ने आगे कहा, “इसलिए मुझे ध्यान दिलाने के लिए या तो भीतर जाना पड़ा या जोर से चिल्लाना पड़ा. मैं निश्चित रूप से कहूंगा कि यह सभापति साहब की गलती है. मैं कहता हूं कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए और इस राज्यसभा की गरिमा बनाए रखनी चाहिए. इतने बड़े घोटाले हुए हैं. NEET परीक्षा का पेपर लीक हो गया है, लाखों बच्चे चिंतित हैं. इसलिए लोगों की समस्या पर ध्यान आकर्षित करने के लिए, हमने एक विशेष चर्चा के लिए कहा, हम किसी को परेशान नहीं करना चाहते थे. हम केवल छात्रों के मुद्दों को उठाना चाहते थे, लेकिन उन्होंने इसका मौका नहीं दिया. इस पर ध्यान ही नहीं दिया और इसीलिए हमें ऐसा करना पड़ा.”
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मल्लिकार्जुन खरगे के वेल तक आने की निंदा की है. उन्होंने कहा, ”आज भारतीय संसद के इतिहास में इतना दागदार दिन है कि विपक्ष के नेता खुद वेल में आ गए. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. मैं आहत हूं, स्तब्ध हूं. भारतीय संसदीय परंपरा इस हद तक बिगड़ जाएगी कि विपक्ष के नेता वेल में आ जाएंगे.”
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मल्लिकार्जुन खरगे के वेल तक आने की निंदा की है. उन्होंने कहा, ”आज भारतीय संसद के इतिहास में इतना दागदार दिन है कि विपक्ष के नेता खुद वेल में आ गए. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. मैं आहत हूं, स्तब्ध हूं. भारतीय संसदीय परंपरा इस हद तक बिगड़ जाएगी कि विपक्ष के नेता वेल में आ जाएंगे.”
राज्यसभा में नीट के मुद्दे पर जबरदस्त बवाल हुआ है. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की नीट पर चर्चा की मांग को जब मानने से इनकार कर दिया तो ऊपरी सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में पूरा विपक्ष वेल तक आ गया. राज्यसभा के उपसभापति ने इस घटना को संसदीय आचरण पर धब्बा बताया है.
राज्यसभा में हुए हंगामे के बाद उसे दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.