मनोज सिंह उत्तर प्रदेश के नए मुख्य सचिव (CS) बन गए हैं। उन्होंने रविवार शाम 4 बजे कृषि उत्पादन आयुक्त ऑफिस में ही मुख्य सचिव का कार्यभार ग्रहण किया।
मनोज सिंह का कार्यकाल जुलाई, 2025 में खत्म होगा। उनके पास मुख्य सचिव के साथ ही साथ यूपी रेजिडेंट कमिश्नर का भी चार्ज रहेगा। इससे पहले रविवार सुबह नए मुख्य सचिव ने पत्नी के साथ हनुमान सेतु मंदिर में दर्शन किए।
दैनिक भास्कर ने 28 जून को ही बता दिया था कि दुर्गा शंकर मिश्र को चौथी बार एक्सटेंशन नहीं मिलेगा। सीएम योगी के पसंदीदा मनोज सिंह नए मुख्य सचिव बन सकते हैं।
नए मुख्य सचिव बोले- IGRS अनूठा और अच्छा फॉर्मूला
मुख्य सचिव का कार्यभार संभालने के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्य सचिव ने कहा- अब यूपी में कोई पेपर लीक नहीं होगा। 2025 का प्रयागराज कुंभ 2019 से भी बेहतर होगा। मेरी प्राथमिकता यूपी की 24 करोड़ जनता की भलाई, उसके उन्नयन में काम करना और तेज गति से काम करना है।
उन्होंने कहा- यूपी की नौकरशाही में बेहतर तालमेल है। बतौर आईडीसी मेरा अनुभव है। जितने भी इंडस्ट्रियलिस्ट से मुलाकात होती है, वो सबसे पहले बेहतर कानून व्यवस्था की तारीफ करते हैं। अच्छी कानून व्यवस्था बेहतर कोऑर्डिनेशन का ही नतीजा है।
मुख्य सचिव ने कहा- 2019 का कुंभ अपनी दिव्यता और भव्यता के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने इस कुंभ में भाग लिया। उम्मीद है, 2025 का कुंभ पिछले कुंभ से बेहतर होगा। हमारा प्रयास होगा कि आने वाले लोगों को अच्छा माहौल मिल सके।
उन्होंने कहा- IGRS एक अनूठा और अच्छा फॉर्मूला है। पूरे प्रदेश में जो अलग-अलग विभाग हैं, उनकी कार्यप्रणाली पर आईजीआरएस से सीधा पकड़ रख सकते हैं। मेरा यह प्रयास होगा कि जो लोग अपनी शिकायत IGRS पर दर्ज करा रहे हैं, उनका सही, निष्पक्ष और तेज गति से निस्तारण हो। बिना सही निस्तारण के किसी भी शिकायत की कंप्लायंस रिपोर्ट ना लिख दी जाए, यह सुनिश्चित करेंगे।
बिहार के रहने वाले 1988 बैच के IAS हैं मनोज सिंह
59 साल के मनोज सिंह बिहार के रहने वाले हैं। 1988 बैच के IAS अफसर हैं। वह सीएम योगी के सबसे विश्वसनीय अफसर माने जाते हैं। अभी उनके पास पंचायती राज, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण सहित 6 से ज्यादा विभागों और संस्थाओं की जिम्मेदारी है।
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट- 2023 में 40 लाख करोड़ रुपए के निवेश करार हुए थे। एक साल की अवधि में करीब 10 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव को धरातल पर उतारने में मनोज सिंह की भूमिका रही।
सरकार को मिलेगा मनोज सिंह के अनुभव का लाभ
मनोज कुमार सिंह 34 साल के सेवाकाल में नोएडा, पीलीभीत और मुरादाबाद जैसे जिलों के डीएम रहे। नगरीय विकास, पंचायतीराज, औद्योगिक विकास और कृषि जैसे विभाग में उनका लंबा अनुभव है। भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय में संयुक्त सचिव भी रहे हैं। जानकारों का मानना है- मनोज सिंह को मुख्य सचिव नियुक्त करने से सरकार को उनके लंबे अनुभव का लाभ मिलेगा।
लीना नंदन और रजनीश दुबे सुपरसीड कर CS बने मनोज सिंह
मनोज सिंह 1987 बैच के अरुण सिंघल, इसी बैच की लीना नंदन और 1988 बैच के रजनीश दुबे को सुपरसीड करके मुख्य सचिव बनाए गए। अरुण सिंघल और लीना नंदन केंद्रीय नियुक्ति पर हैं, रजनीश दुबे राजस्व परिषद के अध्यक्ष हैं।
दुर्गा शंकर को सेवा विस्तार न मिलने की स्थिति में यूपी कैडर के 1987, 1988 और 1989 बैच के कई अफसरों की दावेदारी बढ़ गई थी। इसमें सबसे पहला नाम कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज सिंह का ही था। उन्होंने शासन की कई योजनाओं को जमीन पर उतारने में उनकी अहम भूमिका रही है। ऐसे में सेवा विस्तार न मिलने की स्थिति में मनोज सिंह इस पद के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे थे।
‘परफॉर्मर’ के रूप में जाने जाते हैं नए मुख्य सचिव
भास्कर की खबर: यूपी CS की रेस में 4 IAS…मनोज सिंह सबसे आगे
केंद्र में आज मोदी सरकार के शपथ ग्रहण के साथ ही अब जल्द ही यूपी में शासन स्तर से लेकर जिला स्तर तक बड़ा फेरबदल होगा। CS की रेस में IAS मनोज कुमार सिंह सबसे आगे हैं। योगी सरकार ने 2023 में भी इनका नाम CS के लिए भेजा था। पढ़ें पूरी खबर
ये खबर भी पढ़े…
नौकरशाही में जल्द बड़े स्तर पर होगा बदलाव
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव पद पर मनोज कुमार सिंह की ताजपोशी के साथ ही यूपी की नौकरशाही में बड़े स्तर पर बदलाव की तस्वीर साफ हो गई है। दुर्गाशंकर मिश्रा को सेवा विस्तार नहीं मिला है जबकि यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के सीईओ अरुणवीर सिंह को सेवा विस्तार मिल गया है। लिहाजा अब कृषि उत्पादन आयुक्त, यीड़ा के सीईओ, पंचायती राज विभाग, खाद्य प्रसंस्करण विभाग सहित अन्य विभागों में बड़े स्तर पर बदलाव होगा। पढ़ें पूरी खबर
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.