लोकसभा चुनाव 2024: पाँचवें चरण में 49 सीटों पर वोटिंग, मैदान में हैं ये दिग्गज – BBC News हिंदी

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लोकसभा चुनाव में पाँचवें चरण के लिए सोमवार, 20 मई को वोटिंग हुई.
चुनाव आयोग के मुताबिक शाम बजे तक 56.68 प्रतिशत वोटिंग हुई है.
इस पाँचवें चरण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत कुल 695 उम्मीदवार मैदान में हैं.
इस चरण में जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लोगों ने वोटिंग की, वो हैं- बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर और लद्दाख.
आइए जानते हैं पाँचवें चरण से जुड़ी कुछ अहम बातें. साथ ही ऐसे दिग्गजों और उनकी सीटों का ब्योरा जो इस चरण में चुनावी मैदान में हैं.
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राहुल गांधी
उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से कांग्रेस के राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं. वो केरल की वायनाड सीट से भी मैदान में हैं.
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रायबरेली सीट नेहरू-गांधी परिवार की पारंपरिक सीट मानी जाती रही है. हालांकि, कुछ मौक़े ऐसे भी रहे हैं, जब परिवार ने अपने किसी नज़दीकी को यहाँ से चुनाव मैदान में उतारा है.
2004 से सोनिया गांधी लगातार रायबरेली से सांसद रही हैं. 2024 का लोकसभा चुनाव शुरू होने से पहले रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी राज्यसभा चली गईं. ऐसे में पार्टी ने राहुल गांधी को यहां से उम्मीदवार बनाया है.
अब इस सीट पर राहुल गांधी का मुक़ाबला बीजेपी के दिनेश सिंह से है, पिछले लोकसभा चुनाव में भी दिनेश ही बीजेपी के उम्मीदवार थे.
राजनाथ सिंह
2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में लखनऊ से जीत दर्ज कर लोकसभा पहुँचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक बार फिर इसी सीट से मैदान में हैं.
इस बार राजनाथ सिंह का मुक़ाबला, लखनऊ सेंट्रल से विधायक और समाजवादी पार्टी के नेता रविदास मेहरोत्रा से है. वहीं बीएसपी ने सरवर मलिक को यहां से उतारा है.
लखनऊ सीट दशकों से बीजेपी का गढ़ मानी जाती है. साल 1991 से 2004 तक यहां से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जीतते आए थे.
2009 में इस सीट पर लालजी टंडन ने जीत दर्ज़ की. 2014 और 2019 के चुनाव में राजनाथ सिंह इस सीट से लोकसभा पहुंचे.
2019 के चुनाव में राजनाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार पूनम सिन्हा को क़रीब साढ़े तीन लाख वोटों से हराया था.
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स्मृति इरानी
उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी एक बार फिर मैदान में हैं. साल 1980 के बाद से अमेठी लोकसभा सीट पर गांधी परिवार का कब्जा रहा था और राहुल गांधी तीन बार यहां से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति इरानी ने राहुल गांधी को 55,120 मतों से हरा दिया था.
इस चुनाव में स्मृति इरानी का मुक़ाबला कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा से है. वो दशकों से गांधी परिवार का चुनावी प्रबंधन अमेठी और रायबरेली सीट पर संभाल चुके हैं. इस बार किशोरी लाल ख़ुद चुनावी मैदान में हैं.
पीयूष गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें मुंबई उत्तर सीट से चुनावी मैदान में उतारा है.
इस सीट से लगातार दो बार सांसद रहे गोपाल शेट्टी का टिकट काटकर पीयूष गोयल को पार्टी ने टिकट दिया है. पिछले लोकसभा चुनाव में गोपाल शेट्टी ने फिल्म अभिनेत्री और कांग्रेस नेता उर्मिला मातोंडकर को भारी मतों से हराया था. इस बार पीयूष गोयल का मुक़ाबला कांग्रेस प्रत्याशी भूषण पाटिल से है.
मुंबई उत्तर सीट से 2004 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार और फिल्म अभिनेता गोविंदा ने जीत दर्ज की थी. साल 2009 में इस सीट पर कांग्रेस के संजय निरुपम ने क़ब्ज़ा किया था. अब गोविंदा और संजय निरुपम दोनों ही कांग्रेस छोड़कर शिवसेना में चले गए हैं.
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उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने के बाद पहली बार यहां लोकसभा चुनाव हो रहे हैं. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला यहां की बारामूला सीट से मैदान में हैं.
अब्दुल्ला का मुकाबला पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन और आवामी इत्तेहाद पार्टी के इंजीनियर रशीद से है.
इसके अलावा यहां से महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी ने भी अपना उम्मीदवार उतारा है. पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो बारामूला लोकसभा सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस के अकबर लोन ने जीत दर्ज़ की थी.
बता दें कि साल 1996 के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है कि कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी चुनाव नहीं लड़ रही है.
रोहिणी आचार्य
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य बिहार की सारण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं.
इस सीट से ही लालू पहली बार सांसद बने थे. वो चार बार इस सीट से सांसद रहे हैं, लेकिन पिछले दो लोकसभा चुनाव से यहां बीजेपी जीतती आ रही है.
रोहिणी का मुक़ाबला यहां बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी से है.
रूड़ी इस सीट पर 2014 से लोकसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं. रूड़ी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय को इस सीट से हराया था जबकि साल 2014 में राबड़ी देवी इस सीट से राजीव प्रताप रूड़ी से हार गई थीं.
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चिराग पासवान
बिहार की हाजीपुर लोकसभा सीट से लोजपा प्रत्याशी चिराग पासवान मैदान में हैं.
चिराग के पिता रामविलास पासवान इस सीट से आठ बार जीतकर लोकसभा पहुंचे थे.साल 1977 और बाद में 1989 में रामविलास यहां से रिकॉर्ड मतों से जीते. हालांकि, 1984 और 2009 में चुनाव हार भी गए और साल 2014 के चुनाव में फिर से जीतने में सफल रहे.
इस बार चिराग का मुक़ाबला आरजेडी के शिवचंद्र राम से है. पिछले लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान के चाचा पशुपति नाथ पारस ने हाजीपुर से जीत दर्ज़ की थी.
रामविलास पासवान के निधन और पार्टी में टूट के बाद से हाजीपुर सीट को लेकर पशुपति नाथ पारस और चिराग पासवान के बीच सियासी संघर्ष शुरू हो गया. आख़िरकार, ये सीट चिराग के खाते में आ गई.
उज्ज्वल निकम
भारतीय जनता पार्टी ने मुंबई की उत्तर मध्य सीट से पूनम महाजन का टिकट काटकर अधिवक्ता उज्ज्वल निकम को उम्मीदवार बनाया है.
निकम, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई बड़े केस लड़ चुके हैं. वो मुंबई में 26/11 को हुए हमले मामले में सरकारी वकील थे. 1993 सीरियल बम ब्लास्ट मामले में भी अभियोजन टीम का हिस्सा थे. इसके अलावा गुशलन कुमार हत्याकांड में भी निकम अभियोजन का हिस्सा थे.
निकम का मुक़ाबला मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ से है. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन ने जीत दर्ज की थी.
करण भूषण सिंह
वैसे तो करण भूषण सिंह पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन उनके पिता और कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के कारण करण ख़ूब सुर्ख़ियों में हैं और देशभर की निगाहें उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट पर है. यौन उत्पीड़न मामले में अभियुक्त बृजभूषण की जगह बीजेपी ने उनके बेटे करण भूषण सिंह को यहां से टिकट दिया है.
करण का मुक़ाबला समाजवादी पार्टी उम्मीदवार भगतराम मिश्र से है. पिछले तीन बार से लगातार बृजभूषण शरण सिंह यहां से सांसद निर्वाचित हुए हैं. 2009 में समाजवादी पार्टी से जीते उसके बाद 2014 और 2019 में बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी. यहां समाजवादी पार्टी की स्थिति भी ठीक ठाक रही है. 1996,1998, 1999 और 2004 चार बार लगातार एसपी से बेनी प्रसाद वर्मा कैसरगंज से सांसद रहे.
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