चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है। राजस्थान में 2 चरणों में चुनाव होगा। पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होगी, वहीं दूसरे चरण की वोटिंग 26 अप्रैल को होगी। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही तत्काल प्रभाव से आचार संहिता लग गई है। 4 जून को च
एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव
राजस्थान में बागीदौरा विधानसभा सीट पर उपचुनाव भी होगा, यहां 26 अप्रैल को मतदान होगा और 4 जून को ही परिणाम आएंगे। यह सीट महेंद्रजीत सिंह मालवीया के कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने के कारण खाली हो गई थी।
3 प्रतिशत फर्स्ट टाइम वोटर पर दोनों पार्टियों का फोकस
राजस्थान में पहली बार वोट डालने वाले वोटर्स की संख्या 15 लाख 70 हजार से ज्यादा है। इन 3 प्रतिशत फर्स्ट टाइम वोटर को अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां पूरा जोर लगा रही है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक यह तीन प्रतिशत वोट जीत-हार में बड़ी भूमिका निभा सकता है। इसके साथ ही 18 से 39 साल के वोटर्स को लुभाने के लिए भी दोनों पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं। वहीं प्रदेश में 100 साल से ज्यादा उम्र के 20 हजार 496 वोटर हैं।
आचार संहिता लगते ही सख्ती शुरू
बॉर्डर पर ड्रोन से होगी चेकिंग
चुनाव आयोग निर्देश दिए हैं कि हर बूथ पर पीने के लिए पानी, बिजली और दिव्यांगों के लिए रैंप की व्यवस्था होगी। हर बूथ पर हेल्प डेस्क भी बनाई जाएगी। इंटरनेशनल बॉर्डर पर ड्रोन से चेकिंग होगी। वहीं, चुनाव के लिए वॉलंटियर और संविदा वाले कर्मचारी नियुक्त नहीं होंगे।
धनबल का उपयोग रोकने के लिए यूपीआई ट्रांजेक्शन भी ट्रैक होगा
आयोग चुनाव में धनबल का उपयोग रोकने के लिए विभिन्न ऐप से होने से वाले यूपीआई ट्रांजेक्शन को भी ट्रैक करेगा। आयोग ने बैंकों को निर्देश दिए हैं कि संदेह पैदा करने वाले ट्रांजेक्शन के बारे में चुनाव आयोग को जानकारी दी जाए।
पढ़ें, राजस्थान में 20 सीट से जीरो पर कैसे पहुंच गई कांग्रेस
राजस्थान में दो चरणों में लोकसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है। 2024 में भाजपा एक बार फिर 2014 और 2019 जैसा रिजल्ट हासिल करने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है, वहीं कांग्रेस दस साल का सूखा खत्म करने में जुटी है। पिछले तीन लोकसभा चुनाव (2009, 2014, 2019) में लोकसभा सीटों का गणित पूरा बदल गया है। (पूरी खबर पढ़ें)
राजस्थान में पिछले तीन लोकसभा चुनावों का डिटेल रिजल्ट:सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड भाजपा के नाम, तीन सीटों पर एक बार भी नहीं जीती कांग्रेस
2009 से लेकर 2019 तक तीन चुनाव में एक खास बात ये रही है कि सबसे बड़ी जीत और सबसे छोटी हार का रिकॉर्ड भाजपा के ही नाम रहा है। 2009 में टोंक-सवाई माधोपुर संसदीय सीट से सबसे कम 317 वोटों के मार्जिन से जीत-हार का फैसला हुआ था, जिसमें कांग्रेस के नमोनारायण मीणा ने बीजेपी के किरोड़ी सिंह बैंसला को हराया था। तीन चुनाव में यह भाजपा की सबसे छोटी हार है।(पूरी खबर पढ़ें)
राजस्थान में कांग्रेस ने 10 सीटों पर नए उम्मीदवार उतारे:एक दिन पहले आए राहुल कस्वां को चूरू से, वैभव गहलोत को जालोर-सिरोही से टिकट
लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने 10 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं। कांग्रेस में आए राहुल कस्वां को चूरू से टिकट दिया गया है। भाजपा ने उनका टिकट काट दिया था। इसी तरह, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को जालोर-सिरोही से उम्मीदवार बनाया गया है। पिछली बार वैभव ने जोधपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था।(पूरी खबर पढ़ें)
भूपेंद्र यादव अलवर, ज्योति मिर्धा नागौर से उम्मीदवार:भाजपा की पहली सूची में राजस्थान के 15 नाम; 5 सांसदों के टिकट कटे, 2 पर चेहरे बदले
बीजेपी लोकसभा चुनावों के लिए राजस्थान की 25 में से 15 सीटों पर प्रत्याशियों की एक सूची जारी कर चुकी है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कोटा से चुनाव लड़ेंगे, वहीं केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को अलवर से टिकट दिया गया है। भाजपा ने 5 सांसदों के टिकट काटे हैं। वहीं कांग्रेस से आए दो नेताओं काे भी चुनाव में उतारा है। वसुंधरा के बेटे दुष्यंत सिंह झालावाड़ से पांचवी बार लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।(पूरी खबर पढ़ें)
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