श्रावस्ती में वोटिंग खत्म: 52.76 प्रतिशत हुआ मतदान, बीजेपी के साकेत मिश्रा और सपा के राम शिरोमणि वर्मा में … – Dainik Bhaskar

Spread the love

श्रावस्ती लोकसभा सीट पर मतदान समाप्त हुआ। यहां 6 बजे तक 52.76 % वोटिंग हुई थी। इस सीट पर भाजपा के साकेत मिश्रा और सपा के राम शिरोमणि वर्मा में सीधी टक्कर मानी जा रही है।
1260 मतदान बूथ बनाए गए हैं। मतदान प्रक्रिया सुबह 7 बजे से शुरू हो गई है, जो कि 6 बजे तक चलेगी। 11 लाख 62 हजार 450 मतदाता मतदान करेंगे, जिसमें 5 लाख 38 हजार 136 महिला, 6 लाख 24 हजार 277 पुरुष और 37 थर्ड जेंडर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
डीएम ने कहा कि मतदाताओं की सुविधा के लिए सभी परिवारों को वोटर इंफॉर्मेशन स्लिप का वितरण कर दिया गया है। वोटर इन्फॉर्मेशन स्लिप से मतदाता आसानी से अपना मतदान बूथ जान सकेंगे। इससे मतदाताओं को आसानी होगी और असुविधाओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा वोटर हेल्पलाइन के माध्यम से भी बूथ संख्या जान सकेंगे।
सुरक्षा को लेकर कड़ा इंतजाम
मतदान को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। सुरक्षा की दृष्टि से लगभग 50 प्रतिशत मतदान वोटों की वेब कास्टिंग होगी। सभी मतदान बूथ पर सुरक्षा बल की तैनाती की गई है। मतदान संबंधित किसी भी तरह की शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 1950 पर कॉल कर सकते हैं।
अब समझिए सियासी समीकरण
मौजूदा सांसद से लोग नाराज, माहौल बीजेपी के पक्ष में
राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि मौजूदा सांसद राम शिरोमणि अंबेडकरनगर के रहने वाले हैं। लेकिन वह कभी क्षेत्र में सक्रिय नहीं दिखे। 23 मार्च 2024 को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उन्हें बसपा से निष्कासित किया गया। फिर वो सपा में शामिल होकर गठबंधन से चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन, यहां के वोटर्स की उनके प्रति नाराजगी से यह जाहिर होता है कि इस बार माहौल उनके पक्ष में नहीं है।
परंपरागत जातीय मतों के साथ सपा-बीजेपी में सीधी टक्कर
पॉलिटिकल एक्सपर्ट की मानें तो भाजपा में ब्राह्मण, सपा ने कुर्मी और बसपा ने मुस्लिम चेहरे पर दांव लगाया है। परंपरागत जातीय मतों के साथ अभी सीधी टक्कर भाजपा और सपा में नजर आ रही है। क्योंकि बसपा उम्मीदवार मुस्लिम चेहरा होने के बाद भी मुस्लिम वोट का बिखराव करने में अभी सफल नहीं दिख रहे हैं।
बसपा के परंपरागत दलित वोटर्स को रिझाकर जोड़ने में सपा और भाजपा दोनों दल जुटे हैं। लोकसभा के रण में दलित मतों के एकतरफा होने से चुनाव परिणाम पलट सकता है। वहीं, दलित 20-21% हैं। इनको अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा, सपा और बसपा तीनों दल लगे हैं। 2019 के चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन से राम शिरोमणि वर्मा ने जीत दर्ज की थी। इस बार इनका समीकरण बदला है। अब देखना है कि वह बसपा मतों में कितने अंदर तक पैठ बनाने में सफल होते हैं।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.

source

Previous post PM मोदी का बड़ा आरोप, मुस्लिम वोट बैंक के लिए 'मुजरा' कर रहा इंडिया गठबंधन – मनी कंट्रोल
Next post पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में चुनावी रैली को संबोधित किया – Narendra Modi

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *