Lok Sabha Election 2024 Date Schedule: आज लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान होगा। विज्ञान भवन में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार थोड़ी ही देर में तारीखों का ऐलान किया है। इस दौरान राजीव कुमार ने मतदाताओं की संख्या को जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में 96.8 करोड़ मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। पुरुष मतदाताओं की संख्या 49.7 करोड़ है जबकि महिला मतदाता 47.1 करोड़ हैं। 2019 में यह आंकड़ा 89.6 करोड़ था। उन्होंने कहा कि इस साल 2019 की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ी है।
बता दें कि यूरोप की जनसंख्या 74 करोड़, अमेरिका की जनसंख्या- 33.19 करोड़ और कनाडा की जनसंख्या 3.82 करोड़ है। इस तरह इन देशों की जनसंख्या से अधिक भारत में मतदाताओं की संख्या है। भारत के वोटर्स अमेरिकी जनसंख्या के तीनगुना हैं।
2024 के लोकसभा चुनाव में 2.63 करोड़ से अधिक नए मतदाता शामिल हुए हैं। इनमें लगभग 1.41 करोड़ महिला मतदाता हैं जबकि 1.22 करोड़ पुरुष मतदाता हैं। इस तरह से नए महिला मतदाताओं की संख्या नए पुरुष मतदाताओं से 15% अधिक है।
देश भर में मतदाता लिंगानुपात 948 है, 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है। हमारी मतदाता सूची में 85 साल से अधिक उम्र के 82 लाख और सौ साल से अधिक उम्र के 2.18 लाख मतदाता शामिल हैं। कुल 48 हजार ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। ऐसे मतदाताओं की संख्या 1.8 करोड़ है जो पहली बार मतदान करेंगे। देश में 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं। 10.5 लाख से अधिक मतदान केंद्र हैं।
चुनाव की तैयारियों पर निर्वाचन आयोग ने कहा कि ‘पेमेंट वॉलेट’ के माध्यम से संदिग्ध लेन-देन पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। यदि मतदान के दौरान कहीं भी हिंसा होती है तो हम सख्ती से निपटेंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव की तैयारियों पर कहा कि चुनावों के दौरान सीमाओं पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने आगे कहा “चार ‘एम’ बाहुबल (मसल), पैसा (मनी), गलत सूचना (मिसइंफॉर्मेशन) और आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन (मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट) से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है। उन्होंने आगे कहा कि देशभर में 85 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं और दिव्यांगों के लिए घर से मतदान की सुविधा उपलब्ध होगी। निर्वाचन आयोग के अनुसार, 55 लाख ईवीएम का इस्तेमाल होगा।
निर्वाचन आयोग ने आगे कहा, “हमारा वादा इस तरह से राष्ट्रीय चुनाव कराने का है, जिससे विश्व स्तर पर भारत का गौरव बढ़े। 2022-23 के दौरान राज्यों के पिछले 11 चुनावों में धनराशि की जब्ती 835 प्रतिशत बढ़कर 3,400 करोड़ रुपये हो गई। हम धनबल का इस्तेमाल नहीं होने देंगे।”