stock market investor: भारत के स्टॉक मार्केट में रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है। भारत में निवेशकों की संख्या इस साल यानी 2023 में आठ करोड़ के पार चली गई, जो 31 दिसंबर 2022 के मुकाबले 22.4% ज्यादा है। राज्यों के हिसाब से देखें तो शेयर बाजार में सबसे ज्यादा हिंदी पट्टी के राज्यों की रही। उत्तर प्रदेश ने 2023 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई के लिए सबसे अधिक नए शेयर बाजार निवेशकों को जोड़ा।
उत्तर प्रदेश ने कितने निवेशक जोड़े
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में करीब 1.6 करोड़ नए निवेशकों ने इक्विटी बाजार में एंट्री ली। इसमें से 23 लाख नए निवेशक उत्तर प्रदेश के थे। उत्तर प्रदेश ने इस साल निवेशकों की संख्या में 34 फीसदी उछाल दर्ज की है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश ने महाराष्ट्र को पीछे छोड़ दिया। यह इसलिए भी अहम है क्योंकि पारंपरिक तौर पर महाराष्ट्र को निवेशकों का सबसे बड़ा स्रोत माना जाता है। गुजरात 76.68 लाख रजिस्टर्ड निवेशकों के साथ तीसरे स्थान पर था। इस राज्य के रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या में 17.2% की वृद्धि दर्ज की गई।
बिहार और बंगाल की स्थिति
रजिस्टर्ड निवेशकों के ग्रोथ के मामले में बिहार और पश्चिम बंगाल का भी दबदबा बढ़ा है। बिहार और बंगाल में रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या भी 30 प्रतिशत से ज्यादा रही। यह दिखाता है कि लोगों का रुझान बाजार की ओर बढ़ रहा है।शानदार रहा साल
शेयर बाजार के लिए 2023 शानदार साल रहा। सकारात्मक कारकों के दम पर शेयर बाजार में शानदार तेजी रही और निवेशकों की संपत्ति इस साल 81.90 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। इस साल 30 शेयरों वाले सूचकांक बीएसई सेंसेक्स ने 11,399.52 अंक यानी 18.73 प्रतिशत की बढ़त हासिल की। बीएसई सेंसेक्स इस साल 20 मार्च को 52 सप्ताह के निचले स्तर 57,084.91 अंक पर पहुंचने के बाद 28 दिसंबर को 72,484.34 अंक के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। वहीं, एनएसई की बात करें तो यह पहली बार 21 हजार अंक के आंकड़े को पार किया।