
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को राजनीतिक नेतृत्व से राष्ट्रीय एकता कायम करने की अपील की, ताकि देश को नकदी संकट से उबारा जा सके। इसके बाद इमरान ने बातचीत की बात कही।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। इमरान ने बातचीत के लिए ऐसे समय में हाथ आगे बढ़ाया है जब उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने गुरुवार को घोषणा करते हुए कहा कि वह देश के “उत्थान, हित और लोकतंत्र” के लिए “किसी से भी बात करने” और “कोई भी त्याग करने” के लिए तैयार हैं।
डॉन की खबर के मुताबिक, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर पाकिस्तान की समस्याओं के समाधान के लिए सहयोग का आग्रह किया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को राजनीतिक नेतृत्व से राष्ट्रीय एकता कायम करने की अपील की, ताकि देश को नकदी संकट से उबारा जा सके। इसके बाद इमरान ने बातचीत की बात कही।
एक दिन पहले शहबाज शरीफ ने इमरान खान को देश में जारी राजनीतिक और आर्थिक संकट के समाधान के लिए संवाद की पेशकश की थी। सीनेट की स्वर्ण जयंती पर आयोजित सत्र में शरीफ ने कहा कि बिना राजनीतिक स्थिरता के आर्थिक स्थिरता नहीं लाई जा सकती। शहबाज की मांग पर इमरान खान ने भी सुलह-समझौते का संकेत दे दिया है।
कुर्बानी से पीछे नहीं हटेंगे- इमरान
इमरान ने कहा कि वह किसी से भी बातचीत करने और देश की तरक्की, हित और लोकतंत्र के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया, ‘हम पाकिस्तान की तरक्की, हित और लोकतंत्र के लिए किसी भी कुर्बानी से पीछे नहीं हटेंगे। खान ने कहा, “मैं किसी से भी बातचीत करने और इसके लिए हर कदम उठाने को तैयार हूं।”
इमरान खान के खिलाफ कई कानूनी मामले दर्ज हैं। वे गिरफ्तारी से बचते फिर रहे हैं। वर्तमान में वह अपने जमान पार्क घर में हजारों समर्थकों के साथ छिपे हुए हैं। पिछले कई दिनों से इस्लामाबाद पुलिस इमरान के घर की घेराबंदी किए हुए है। इमरान खान लाहौर के पॉश जमान पार्क इलाके में रहते हैं। यहां तोशाखाना मामले में मंगलवार को इमरान खान को गिरफ्तार करने पहुंचे पुलिसकर्मियों की उनके समर्थकों के साथ झड़प हुई थी। खान समर्थक पुलिस को अपने नेता को गिरफ्तार करने से रोक रहे थे। इस दौरान झड़प में 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।