नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वे अपने अगले कार्यकाल में उन कार्यों को आगे बढ़ाएंगे, जो उन्होंने पिछले सालों में जनकल्याण के लिए किए हैं. नेटवर्क18 समूह के एडिटर-इन-चीफ और मैनेजिंग डायरेक्टर राहुल जोशी के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में पीएम मोदी ने लोगों के लिए उनकी सरकार द्वारा की गई पहलों का विवरण देते हुए कहा, “मैं चुनावों में लगातार कह रहा हूं कि हमने गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए हैं. मैं कई लोगों से कहता हूं कि जब आप इस चुनाव प्रचार में जाएं तो जिन लोगों के घर नहीं बने हैं, उनकी सूची भेजकर कृपया मेरी मदद करें. जैसे ही मेरा तीसरा कार्यकाल शुरू होगा, मैं इस काम को आगे बढ़ाना चाहता हूं.”
प्रधानमंत्री के रूप में रिकॉर्ड तीसरा कार्यकाल हासिल करने को लेकर आश्वस्त पीएम मोदी ने भविष्य के लिए भी अपना नजरिया रखा. उन्होंने कहा, “मैं 3 करोड़ और घर बनाना चाहता हूं. अब, आयुष्मान भारत योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा और स्वास्थ्य आश्वासन योजना है. ये 55 करोड़ लोगों को इलाज का विश्वास है. यह इस बात का भरोसा है कि मोदी सरकार आपके साथ है.”
उन्होंने आगे कहा, “इस बार हमने घोषणापत्र में कहा है कि चाहे कोई भी व्यक्ति किसी भी वर्ग, समाज, पृष्ठभूमि का हो, 70 वर्ष से अधिक उम्र का पुरुष और महिला दोनों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा. इस बार हमने घोषणापत्र में यह भी कहा है कि हम आशा कार्यकर्ताओं को यह लाभ देंगे. हम ट्रांसजेंडरों को लाभ देंगे, चाहे उनकी उम्र कुछ भी हो.”
पीएम मोदी ने केंद्र की योजनाओं को लेकर कहा, “हमारे देश में बैंकों की हालत ख़राब थी. देश की आधी से ज्यादा आबादी ऐसी थी जो बैंकों में खाते खुलवाने के लिए पैसे देती थी, लेकिन बैंकों ने उनके खाते कभी नहीं खोले. फिर मोदी आए और 52 करोड़ बैंक खाते खुलवाये और इसका सबसे बड़ा फायदा मैंने उठाया. मैंने जनधन, मोबाइल और आधार की त्रिमूर्ति को अपनाया और प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) को प्रोत्साहित किया.”
उन्होंने कहा, “36 लाख करोड़ रुपये की राशि – यह आंकड़ा बहुत बड़ा है- लोगों के खातों में डीबीटी के जरिए गया है. हमारे देश में इतना बड़ा वित्तीय समावेशन (खाते खुलने के कारण) हुआ है. यह दुनिया में एक साल में खुले बैंक खातों की संख्या से भी अधिक है.”
अपनी सरकार के प्रदर्शन की तुलना 2014 से पहले की स्थिति से करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘आप देखिए, 2014 से पहले क्या स्थिति थी? ‘फ्रैजाइल 5’ शीर्षक हुआ करता था. आज हम एक जीवंत अर्थव्यवस्था बन गये हैं. आईएमएफ में दुनिया के 150 देशों का एक समूह है – जिसमें चीन और भारत भी शामिल हैं – जिन्हें हम विकासशील देश या उभरती अर्थव्यवस्था वाले देश कह सकते हैं.
‘फ्रैजाइल 5’ क्या है?
दरअसल, अगस्त 2013 में, मॉर्गन स्टेनली के एक वित्तीय विश्लेषक ने उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए “फ्रैजाइल 5” शब्द गढ़ा, जो अपनी विकास महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अविश्वसनीय विदेशी निवेश पर बहुत अधिक निर्भर हो गए हैं. ‘फ्रैजाइल फाइव’ के पांच सदस्यों में तुर्की, ब्राजील, भारत, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया को शामिल किया गया था.
.
Tags: Indian economy, Jan Dhan Yojana, Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, Narendra modi
ये है दिल्ली का बेस्ट बाजार, जहां पर मिलता है हर सामान, मिलेंगे सभी राज्यों के व्यंजन
पीने की जगह हरिया की लस्सी को खाना पसंद करते हैं लोग, नेता-अधिकारी सब हैं दीवाने
इरफान खान एक्टिंग से पहले करते थे ये काम, पहली नौकरी से मिलते थे 300 रुपए, फिर बने सुपरस्टार, हॉलीवुड में भी बजा डंका
शाकाहारी मटन! इस तरीके से करें खेती, बंपर होगा उत्पादन, झोला भरकर कमाएंगे रुपए
PHOTOS: कौन सा कुकिंग ऑयल है सबसे बेस्ट? क्या कहता है साइंस
Himachal Snowfall: हिमाचल में गर्मी में सर्दी का एहसास, अप्रैल अंत में भी बर्फबारी, भूस्खलन से 2 लोगों की मौत
वो पक्षी जो हवाई जहाज की तरह धरती से 10 किमी ऊपर जाकर उड़ता है, स्पीड कार जैसी तेज, कहलाता है मेहतर
बिरयानी से लेकर बाटी चोखा तक, नाश्ते के लिए बेस्ट हैं लखनऊ की ये जगहें
नहीं रही 'कद की रानी', इतनी थी लंबाई, नजर भर देखने के लिए उठाना पड़ता था सिर