जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर मतदान अब 25 मई यानी छठे चरण में होंगे। माना जा रहा है कि यह फैसला जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (डीपीएपी) और भाजपा के चुनाव आयोग को वोटिंग की तारीख आगे बढ़ाने के लिए लिखने के बाद हुआ है।
इन पार्टियों ने तर्क दिया था कि हालिया बर्फबारी और भूस्खलन की वजह से इलाके में प्रचार तक नहीं हो पा रहा है और अहम रास्ते मुगल रोड से गुज़रना भी मुश्किल है। मुगल रोड अनंतनाग और राजौरी को जोड़ने वाली एकमात्र सड़क है।
#LokSabhaElections2024 | Election Commission of India revises the date of polling in Anantnag-Rajouri Lok Sabha constituency (J&K). Polling to now be held on 25th May instead of 7th May, as notified earlier. pic.twitter.com/uT1YyACWaG
चुनाव आयोग ने अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर मतदान की नई तारीखों का ऐलान करते हुए कहा कि तीसरे चरण की नोटिफिकेशन 12 अप्रैल को जारी की गई थी और अनंतनाग-राजौरी सीट पर मतदान दिवस 7 मई, 2024 को निर्धारित किया गया था। नोटिस में लिखा गया कि अलग अलग प्रतिनिधियों की ओर से यह मांग की गई थी कि यहां चुनाव की तारीख बदली जाएं। जम्मू के 3-अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र में कई कारण प्रचार में बाधा बन रहे हैं। इसलिए यहां तारीख आगे बढ़ाई जा रही है।
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) जैसी पार्टियों ने इस दावे को खारिज कर दिया है और कहा है कि मुगल रोड खुला है और मौसम खराब होने पर भी इस पर यात्रा संभव है। सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि सड़क कम से कम 23 अप्रैल से आंशिक रूप से खुली है। तो सवाल यह कि यह सब क्यों हो रहा है? क्या इसके पीछे घाटी में अपना रास्ता बनाने की बीजेपी की कोशिश इसके पीछे है?
भाजपा ने इस निर्वाचन क्षेत्र में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि चूंकि अधिकांश मतदाता मुस्लिम हैं, इसलिए बीजेपी को लगता है कि फिलहाल वह अपने हालिया फैसलों के बाद भी यजन की आवाम का समर्थन नहीं हासिल कर सकेगी। इसलिए यहाँ से उम्मीदवार भी नहीं उतारा गया . ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी चाहती है कि ज़फ़र मन्हास – जिन्हें भाजपा और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस का समर्थन मिलने मिलने की संभावना है उन्हें प्रचार करने का और समय मिल जाए।