ट्रेन के फर्श पर पड़े थे शव और रिवॉल्वर लेकर टहल रहा था हत्यारा RPF जवान, फिर चेन खींचकर भागा

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तड़के 5 बजे का वक्त था और जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस अपनी पूरी रफ्तार से मुंबई की ओर बढ़ रही थी। इस बीच आरपीएफ के जवान की सनक ने 4 लोगों की जिंदगी की रफ्तार थाम दी और उनके शव जमीन पर पड़े रहे।

ट्रेन के फर्श पर पड़े थे शव और रिवॉल्वर लेकर टहल रहा था हत्यारा RPF जवान, फिर चेन खींचकर भागा
तड़के 5 बजे का वक्त था और जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस अपनी पूरी रफ्तार से मुंबई की ओर बढ़ रही थी। इस बीच आरपीएफ के जवान की सनक ने 4 लोगों की जिंदगी की रफ्तार थाम दी। चेतन सिंह नाम के आरपीएफ जवान ने ट्रेन के बी-5 कोच में अचानक ही फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें उसके सीनियर एएसआई टीका राम और तीन अन्य यात्री मारे गए। खबर है कि चेतन सिंह ट्रांसफर होने से परेशान था। उसका गुजरात से मुंबई ट्रांसफऱ किया गया था, जिससे वह परेशान था। इसी बीच उसकी सीनियर से कुछ बहस हुई तो उसने चलती ट्रेन में फायर खोल दिया। इसमें टीका राम और आसपास की सीटों पर मौजूद तीन और यात्री मारे गए।
घटना के बाद ट्रेन को मुंबई सेंट्रल स्टेशन लाया गया, जहां रेलवे पुलिस ने बी-5 कोच को अपने नियंत्रण में लिया और घटना की जांच शुरू की। ट्रेन के एसी कोच अटेंडेंट कृष्ण कुमार शुक्ला ने पूरा वाकया बताया, जो उन्होंने अपनी आंखों से देखा था। शुक्ला ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि सुबह के करीब 5 बजे थे। तभी उन्होंने बोगी में फायरिंग की आवाज सुनी। उन्होंने कहा कि मैं जब एसी कोच की ओर भागा तो देखा कि फर्श पर नीचे शव पड़े हुए हैं। आरोपी कॉन्स्टेबल चेतन सिंह रिवॉल्वर हाथ में लेकर बोगी में टहल रहा है। एएसआई टीका राम गोली लगने से गिर गए थे और चेतन सिंह ने कुछ यात्रियों को भी गोली मार दी थी।
शुक्ला ने बताया कि इस घटना से बोगी में मौजूद दूसरे यात्री भी बुरी तरह से डरे हुए थे। फिलहाल जीआरपी के जवानों ने चेतन सिंह को अरेस्ट कर लिया है। हत्या का शिकार हुए सभी 4 लोगों के शवों को कांदिवली के शताब्दी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। शुक्ला ने बताया कि हत्याकांड के बाद चेतन सिंह ने दहिसार रेलवे स्टेशन के पास चेन खींची और फिर मौका देखकर भाग निकला। उसे रेलवे पुलिस ने भायंदर से पकड़ा है। चेतन सिंह की ओर से चलाई गोली के निशान बोगी में लगी कांच की खिड़कियों पर भी देखे गए हैं।
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