
रिपोर्ट बताती है कि पाक आर्मी में ही कई अफसर अभी भी चाहते हैं कि इमरान खान ही अगले पीएम बनें। कई अफसरों ने इस बात का खुलासा किया है कि हिंसक विरोध प्रदर्शन के बावजूद उनका मन नहीं बदला।
एक तरफ पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है, दूसरी तरफ इमरान खान की फैन फॉलोइंग भी कम नहीं हो रही। बीते 9 मई को देशभर के अलग-अलग हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन के चलते इमरान खान पर आर्मी ऐक्ट के तहत कार्रवाई की तलवार लटक रही है। इस दौरान कई आर्मी अफसरों के घरों में तोड़फोड़ हुई। पीटीआई समर्थकों की इस हरकत से आर्मी बौखलाई जरूर है लेकिन, ताजा रिपोर्ट बताती है कि पाक आर्मी में ही कई अफसर अभी भी चाहते हैं कि इमरान खान ही अगले पीएम बनें। कई अफसरों ने इस बात का खुलासा किया है कि हिंसक विरोध प्रदर्शन के बावजूद उनके मन में इमरान खान के प्रति रवैया नहीं बदला है।
1947 में स्वतंत्रता के बाद से पाकिस्तान की आर्मी तीन बार सरकारों का तख्तापलट कर चुकी है। कई दशकों तक पाकिस्तान में हुकूमत करने वाली पाकिस्तानी आर्मी के सामने इस वक्त सबसे बड़ी चुनौती है, जो इससे पहले आर्मी को पहले कभी महसूस नहीं हुई। पाकिस्तान में कई जानकारों का मानना है कि सेना राजनेताओं के पीछे अभी भी किंगमेकर बनी हुई है। खुद इमरान खान को सेना से आशीर्वाद मिला, तब जाकर वे पीएम पद तक पहुंचे। लेकिन इस वक्त हालात बेहद बुरे हैं। इमरान खान अब खुद अपने आका आर्मी के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए है।
सेना के प्रिय से दुश्मन
2018 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी सत्ता में लौटी और इमरान खान प्रधानमंत्री बने। सत्ता तक पहुंचने से पहले ही इमरान खान सेना के प्रिय थे। उनके आलोचक कहते हैं कि उन्हें सेना ने सोशल मीडिया में पाकिस्तान के उद्धारक के रूप में पेश किया। सेना ने इमरान खान को ऐसे नेता के रूप में पेश किया कि वह देश में लंबे समय से चली आ रही वंशवाद की राजनीति से उलट एक बड़े राजनेता के रूप में उभरे हैं। लेकिन, फिर अचानक पिछले साल सेना से तनातनी के बाद इमरान खान सत्ता से बेदखल हो गए। इसके बाद ही इमरान खान का आर्मी के प्रति रुख बदल गया। तब से वे सेना पर लगातार हमलावर रहे हैं।
इमरान खान पर पाक आर्मी में मतभेद
इमरान खान पर इस वक्त भले ही आर्मी ऐक्ट के तहत कार्रवाई की तलवार लटक रही है लेकिन, इमरान खान की फैन फॉलोइंग लगातार बढ़ती जा रही है। इमरान खान इस वक्त पाकिस्तान के सबसे चाहने वाले नेता बने हुए हैं। इसका आलम तब देखने को मिला जब इमरान खान की गिरफ्तारी के विरोध में पीटीआई समर्थकों ने सेना के खिलाफ हमला बोल दिया। आर्मी हेडक्वार्टर समेत सेना के कई अधिकारियों के आवास फूंक डाले। इस विरोध प्रदर्शन और अंसंतोष के बीच खुद आर्मी में इमरान खान को लेकर दो राय हैं।
कई आर्मी अफसर अभी भी इमरान के फैन
इतने बड़े बवाल के बावजूद पाक आर्मी में कई अफसर अभी भी इमरान खान के प्रति सकारात्मक नजरिया रखते हैं। नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बीबीसी को बताया, “अगर मौजूदा राजनेताओं के बीच एक विकल्प दिया जाता है, तो मैं इमरान खान के अलावा किसी और को वोट नहीं दूंगा।” एक महिला सैन्य अधिकारी भी पूर्व प्रधानमंत्री का समर्थन करती हैं।
इमरान खान सच्चे नेताः पाक आर्मी अफसर
उनका कहना है कि, “लाहौर में जनरल के आवास पर जो हुआ उसके लिए मुझे वास्तव में खेद है, लेकिन हम नहीं जानते कि यह किसने किया – इमरान खान का कहना है कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हमले की पहल नहीं की। लेकिन इमरान खान के प्रति मेरी राय में कुछ भी नहीं बदली है। मैं अभी भी एक मतदाता के रूप में उनका समर्थन करती हूं और आगे भी करती रहूंगी। मेरे लिए, वह एक प्रेरणा और एक सच्चे नेता हैं।”